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कंपनी कोडर सॉफ्टेक को रोहतास में किया गया स्थापना

Official Blog Of Codersoftech रोहतास के रहने वाला रितेश कुमार के द्वारा कंपनी Codersoftech अब रोहतास में भी स्थापना  किया गया। रितेश को कंपनी का एमडी का प्रभार दिया गया कंपनी का टैगलाइन है कुछ नया खोजें और यही आईडियोलॉजी के साथ कंपनी काम करती है इस कंपनी के द्वारा आईटी रिलेटेड सर्विस दी जाती है जिससे वेब डेवलपमेंट एप डेवलपमेंट डिजिटल मार्केटिंग की सुविधा प्रदान की जाती है एवं टीम के द्वारा कई सारे प्रोजेक्ट पर काम की जा रही है जैसे निरोगा जोकि हेल्थ फील्ड में काम कर रही है एवं माय कॉलेज नोटिफायर जो एजुकेशन के फील्ड में काम कर रही है एवं टीम के द्वारा कई रिसर्च भी किए गए हैं  जिसमें पॉपुलर रिसर्च Anti corona watch एवं एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम है कंपनी के फाउंडर दिवाकर कुमार पांडे एवं प्रवीण कुमार का कहना है कि छोटे-छोटे शहर को आईटी क्षेत्र में नई मुकाम तक ले जाना हमारा लक्ष्य है कंपनी की टीम को कई जगह राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय अवार्ड से सम्मानित भी किया गया है।  
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कंपनी कोडर सॉफ्टेक को झारखंड में किया गया स्थापना

                                                  Official Blog Of Codersoftech ईस्ट सिंहभूम के रहने वाली वैशाखी मराडी  के द्वारा कंपनी Codersoftech  को बिहार के बाद झारखंड में भी स्थापना  किया गया। बैसाखी को कंपनी का एमडी का प्रभार दिया गया कंपनी का टैगलाइन है कुछ नया खोजें और यही आईडियोलॉजी के साथ कंपनी काम करती है इस कंपनी के द्वारा आईटी रिलेटेड सर्विस दी जाती है जिससे वेब डेवलपमेंट एप डेवलपमेंट डिजिटल मार्केटिंग की सुविधा प्रदान की जाती है एवं टीम के द्वारा कई सारे प्रोजेक्ट पर काम की जा रही है जैसे निरोगा जोकि हेल्थ फील्ड में काम कर रही है एवं माय कॉलेज नोटिफायर जो एजुकेशन के फील्ड में काम कर रही है एवं टीम के द्वारा कई रिसर्च भी किए गए हैं  जिसमें पॉपुलर रिसर्च Anti corona watch एवं एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम है कंपनी के फाउंडर दिवाकर कुमार पांडे एवं प्रवीण कुमार का कहना है कि छोटे-छोटे शहर को आईटी क्षेत्र में नई मुकाम तक ले जाना हम...

कंपनी कोडर सॉफ्टेक को असम में किया गया स्थापना

                                                    Official Blog Of Codersoftech Hojai के रहने वाला पंकज सरकार के द्वारा कंपनी Codersoftech अब असम में भी स्थापना  किया गया। पंकज को कंपनी का एमडी का प्रभार दिया गया कंपनी का टैगलाइन है कुछ नया खोजें और यही आईडियोलॉजी के साथ कंपनी काम करती है इस कंपनी के द्वारा आईटी रिलेटेड सर्विस दी जाती है जिससे वेब डेवलपमेंट एप डेवलपमेंट डिजिटल मार्केटिंग की सुविधा प्रदान की जाती है एवं टीम के द्वारा कई सारे प्रोजेक्ट पर काम की जा रही है जैसे निरोगा जोकि हेल्थ फील्ड में काम कर रही है एवं माय कॉलेज नोटिफायर जो एजुकेशन के फील्ड में काम कर रही है एवं टीम के द्वारा कई रिसर्च भी किए गए हैं  जिसमें पॉपुलर रिसर्च Anti corona watch एवं एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम है कंपनी के फाउंडर दिवाकर कुमार पांडे एवं प्रवीण कुमार का कहना है कि छोटे-छोटे शहर को आईटी क्षेत्र में नई मुकाम तक ले जाना हमारा लक्ष्य है कंपनी की टीम को कई ...

CODERSOFTECH INTERNSHIP PROGRAM - 2021

 

IAS Success Story: नौकरी के साथ की तैयारी, रोशन कुमार ने ऐसे UPSC परीक्षा में बाजी मारी

      रोशन कुमार की यूपीएससी जर्नी खासी लंबी रही. साल 2013 से शुरू हुआ उनका यह सफर 2018 में मंजिल पर पहुंचा. उन्हें सफलता मिली पांचवें प्रयास में. इस दौरान रोशन ने कई बार असफलताओं का सामना किया लेकिन फेलियर का मातम मनाने की बजाय वापस उठ खड़े हुए और हर बार दोगुने जोश से तैयारी में जुट गए. अंततः साल 2018 में रोशन कुमार ने 114वीं रैंक के साथ यह परीक्षा पास की और इस रैंक के अंतर्गत उन्हें आईपीएस यानी इंडियन पुलिस सर्विस एलॉट हुई. दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में रोशन ने जॉब के साथ कैसे तैयारी करें, इस मुद्दे पर चर्चा की. बार-बार हुए असफल पर नहीं मानी हार – रोशन कुमार की सफलता की कहानी बहुत सारी असफलताओं की भी कहानी है. लेकिन इस सफर में उनके जज्बे की दाद देनी होगी जो बार-बार गिरकर भी नहीं टूटा. इस दौरान रोशन ने कभी भी नौकरी छोड़ने का नहीं सोचा और अपने पांचों अटेम्प्ट जॉब के साथ ही दिए अगर रोशन के प्रयासों की बात करें तो पहले दो अटेम्प्ट्स में रोशन प्री परीक्षा भी पास नहीं कर पाए. इसके बाद के प्रयासों में वे मेन्स परीक्षा नहीं निकाल पाए और अंततः पांचवें प्रयास में साल 201...

22 साल की उम्र में बिना कोचिंग IAS बना बिहार का ये लड़का, ऐसे की UPSC तैयारी

    BY  MY COLLEGE NOTIFIER बिहार के मधुबनी जिले के किसान परिवार में जन्मे मुकुंद कुमार झा की यूपीएससी जर्नी बहुत कुछ सिखाती है. सीमित संसाधनों में बिना कोचिंग एक साल की तैयारी में पहले अटेंप्ट में आईएएस बनने वाले मुकुंद कुमार की स्ट्रेटजी और अब तक का सफर जानिए.  मुकुंद ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि जब वो चौथी-पांचवी कक्षा में पढ़ते थे, तभी उन्होंने आईएएस-आईपीएस शब्द कहीं पढ़े थे. तब वो अपने पिता से पूछते थे कि इनका क्या मतलब होता है. उनके पिता ने उन्हें इसका मतलब बताया फिर जब वो बड़े हुए तो यही बनने का सपना देखना शुरू क‍र दिया. और आगे चलकर इसी को अपना करियर गोल बना लिया.  अपने परिवार के बारे में वो बताते हैं कि मेरे पिता एक किसान हैं और मां पहले प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं, जो कि छोड़कर बच्चों को पढ़ाने लगीं. उन्होंने मेरी बहन और फिर मुझे भी घर पर पढ़ाया. वो बताते हैं कि उन्हें इस पूरी जर्नी में बहुत सारी कठिनाइयों को झेलना पड़ा, इसीलिए कोचिंग ज्वाइन नहीं की. वो कहते हैं कि मुझे पता था पापा से ढाई-तीन लाख रुपये मांगूंगा तो दे देंगे लेकिन मुश्क‍िल होगा. अपने ...

IIT से IIM और फिर पहले प्रयास में IAS, प्रत्युष पांडे ने ऐसे तय किया निरंतर सफलताओं का सफर

                    BY   MY COLLEGE NOTIFIER केवल 24 साल की उम्र में नई दिल्ली के प्रत्युष पांडे ने इतना कुछ हासिल कर लिया है, जिसकी लोग केवल कल्पना ही करते रह जाते हैं. जहां ताउम्र लोग एक सफलता के लिए तरसते हैं वहीं प्रत्युष ने मात्र 24 साल की उम्र में अपने क्षेत्र के सबसे नामी संस्थानों में एडमिशन लेकर दिखा दिया कि कुछ लोग केवल सफल होने के लिए ही बने होते हैं. हालांकि इसके पीछे उनकी सालों की तपस्या और कड़ी मेहनत होती है फिर भी साल दर साल यूं सफल होते जाना आसान नहीं होता. प्रत्युष ने कानपुर आईआईटी से ग्रेजुएशन किया है और आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए. दोनों ही संस्थान अपने क्षेत्र में सर्वोत्तम माने जाते हैं. इसके बाद जिस साल प्रत्युष का पीजी पूरा हुआ उसी साल उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा भी पास की. यही नहीं वे 21वीं रैंक के साथ टॉपर्स की सूची में भी शामिल हुए. मार्च 2019 में उन्होंने एमबीए किया और इसी साल बने आईएएस. कड़ी मेहनत और धैर्य के अलावा आइये जानते हैं क्या रहे प्रत्युष के सक्सेज टूल. सही रास्ता चुनने के...