Skip to main content

Posts

Showing posts with the label Educational News

यह शैक्षणिक वर्ष 'शून्य वर्ष' नहीं होगा, परीक्षा आयोजित करने की उम्मीद है,

              BY MY COLLEGE NOTIFIER वर्तमान शैक्षणिक वर्ष कॉलेजों और उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए "शून्य वर्ष" नहीं होगा, शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को एक संसदीय पैनल को बताया, यह दर्शाता है कि वे आचरण की आशा करते हैं सूत्रों ने कहा कि सत्र के अंत तक परीक्षा होगी। उन्होंने पैनल को यह भी बताया कि ऑनलाइन कक्षाएं केवल कक्षा 3 से ऊपर के स्कूली बच्चों के लिए होती हैं और केवल 8 वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए सीमित संख्या में ऑनलाइन कक्षाओं की अनुमति होती है। हालांकि, पैनल के सदस्यों ने गरीब परिवारों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवहार्यता पर सवाल उठाए, जो मोबाइल फोन या लैपटॉप कंप्यूटर बर्दाश्त नहीं कर सकते, सूत्रों ने कहा। अधिकांश गरीब परिवारों में, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, सदस्यों के बीच एक मोबाइल फोन हो सकता है। उनके बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा कैसे मिलेगी, सांसदों ने अधिकारियों से पूछा। सूत्रों के अनुसार, पैनल के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने सुझाव दिया कि बच्चों को सामुदायिक रेडियो और ट्रांजिस्टर के माध्यम से पढ़ाया जा सकता है, जो कि मोबा...

Nearly 2,000 e-contents uploaded to Magadh University website: VC

          BY  DIVAKAR KUMAR PANDAY. Ever since the introduction of online teaching in Magadh University in mid-April, nearly 2000 e-contents have been uploaded to the university website, says vice chancellor Prof Rajendra Prasad and fresh uploads are being made for the benefit of students. The good thing, according to the VC was that students of other universities too can benefit from the study material available on the MU website. The colleges too have been directed to provide links of their online teaching programmes on their respective websites. “Conceding that online teaching cannot be a substitute to classroom interactions,” the VC said that the university has to adapt itself to the post-covid realities. E-learning was here to stay post Covid as well in the form of supplement to class room teaching, said Prof Rajendra Prasad. Whereas the performance of PG departments and constituent colleges have been satisfactory in the field of online teaching, the s...

UGC shares status report on university exams

        BY  DIVAKAR KUMAR PANDAY. > 454 universities have either conducted exams or are planning to conduct > 177 universities are yet to decide on the conduct of examination, UGC said The University Grants Commission (UGC) today announced that it has received responses from 640 universities on the issue of holding exams amid the Covid-19 pandemic. "Universities were approached to inform the status of the conduct of examination. Response received from 640 universities. Out of these, 454 have either conducted the examination or are planning to conduct. 177 universities are yet to decide on the conduct of examination," UGC said. In case of 27 private  universities , which were established during 2019-20 to till date, the first batch is yet to become eligible for final examination, it said. On July 6, the UGC   had issued revised exam guidelines mandating to hold final examinations in colleges and universities by the e...

एचआरडी और यूजीसी बैठक में फैसला, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नवंबर से नया सत्र .

           BY  DIVAKAR KUMAR PANDAY. विस्तार विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2020-21 नवंबर से शुरू होगा। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में मंगलवार शाम को मंत्रालय, यूजीसी समेत अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। इसी बैठक में यह फैसला लिया गया है कि जेईई मेन और नीट 2020 परीक्षा का रिजल्ट जारी होने तक दिल्ली विश्वविद्यालय समेत देश के सभी विश्वविद्यालयों को अपनी एडमिशन विंडो ओपन रखनी होगी, ताकि कोई भी छात्र उच्च शिक्षा में दाखिले से बंचित न रहे। यूजीसी कमीशन की बैठक के तहत संशोधित गाइडलाइन आने के कारण अब दिल्ली विश्वविद्यालय में ओपन बुक एग्जाम 15 अगस्त के बाद होंगे। डीयू प्रशासन को दस जुलाई से शुरू होने वाली परीक्षा एक महीना स्थगित करने को कहा गया है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने डीयू ओपन बुक एग्जाम मामले में छात्रों की दिक्कतों पर यूजीसी और दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से विस्तार से रिपोर्ट ली। इसी के तहत केंद्रीय मंत्री ने यूजीसी और दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश दिया है कि 15 अगस्त ...

अब सिर्फ दो साल का होगा MCA कोर्स, AICTE का फैसला.

     MCA degree course: एआईसीटीई ने सभी स्टूडेंट्स के लिए     एमसीए डिग्री कोर्स की अवधि तीन से घटाकर दो साल कर दी है।         BY  DIVAKAR KUMAR PANDAY. कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर्स करने की चाहत रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। अब सभी के लिए एमसीए ( MCA ) डिग्री कोर्स सिर्फ दो साल का ही होगा। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन ( AICTE ) ने ये फैसला लेकर स्टूडेंट्स को राहत दी  सर्कुलर में ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) के सचिव राजीव कुमार ने कहा है कि 'विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने दिसंबर 2019 में हुई बैठक में  एमसीए कोर्स  की अवधि तीन साल से घटाकर दो साल करने पर सहमति दी थी।' अब  एआईसीटीई  ने ज्यादा स्टूडेंट्स को इस कोर्स के प्रति आकर्षित करने के लिए यह फैसला लिया है। काउंसिल ने सभी संबद्ध कॉलेजों व विश्वविद्यालयों को यह सर्कुलर भेज दिया है। है। इस संबंध में काउंसिल ने सर्कुलर भी जारी कर दिया है। बता दें कि पहले एमसीए कोर्स दो साल और तीन साल.. दो अलग-अ...

AICTE reduces MCA course duration from 3 years to 2 years.

       BY  MY COLLEGE NOTIFIER. Master of Computer Application (MCA) will henceforth be a two-year programme, the All India Council for Technical Education in a statement announced on Monday from the academic year of 2020-21. The 545th meeting of the University Grants Commission had considered this issue on December 19 last year but this notification officially approves that the MCA course shall be of two years duration from 2020-21.  But this might not affect MCA students as much, said AICTE Chairman Anil D Sahasrabuddhe. "There won't be much change as students studying BSc Computer Science or IT Bachelor of Computer Application were anyway joining the MCA course directly in the second year," he told Edex. To be eligible for an MCA course one has to have a BCA, Bachelors degree in Computer Science Engineering or an equivalent degree, BSc, BCom, BA with Mathematics in their 10+2 level or graduation level with additional bridge courses as require...

गरीबी से लड़कर बनाई अपनी पहचान, कचरे के उपयोग से तैयार किये 600 ड्रोन |

        BY  MY COLLEGE NOTIFIER. गरीबी से लड़कर बनाई अपनी पहचान, कचरे के उपयोग से तैयार किये 600 ड्रोन : भारत में नई सोच और नई तकनीकियों पर खोज करने वाले लोगों की कमी नहीं हैं, ऐसे ही प्रतिभावान है कर्नाटक के NM Pratap जिन्होंने अपनी सूझबूझ और नई तकनीकी से भारत को ड्रोन दिया। यूं तो हमने हमेशा प्रेरणादायक और संघर्षशीलता से भरी कहानियां सुनी हैं। लेकिन NM Pratap ने तकनीकी उन्नति के मार्ग में कई बाधाओं से झुझते हुए कम सुविधा तथा कम पैसे में नये अविष्कार को नया आयाम दिया। NM Pratap का जन्म कर्नाटक के पास एक दूर-दराज गांव कादिकुडी में हुआ। उनके पिता एक किसान थे, जिनकी मासिक आय 2000 रुपये थी। प्रताप बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार थे और उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स से बेहद लगाव था। प्रताप Engineering पढ़ना चाहते थे, लेकिन घर की तंगी की वजह से उनकी पढ़ाई अधूरी रह गई। इसके बाद प्रताप ने जैसे - तैसे बीएससी में एडमिशन लिया। लेकिन हॉस्टल की फीस नहीं भरने के कारण उन्हें हॉस्टल से भी बाहर निकाल दिया गया। इस हालात से मज़बूर होकर प्रताप को बस स्टैंड को ही अपना घर बना...

गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला, विश्वविद्यालयों को दी फाइनल परीक्षाएं कराने की इजाजत

           BY  DIVAKAR KUMAR PANDAY. गृह मंत्रालय ने केंद्रीय उच्च शिक्षा सचिव को विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा परीक्षाएं आयोजित करने की अनुमति दे दी है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विश्वविद्यालय और शैक्षिक संस्थान, स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड-19 (COVID-19) सुरक्षा नियमों को ध्यान में रखते हुए फाइनल परीक्षाएं आयोजित कर सकते हैं.  गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, केंद्रीय उच्च शिक्षा सचिव को लिखे पत्र में गृह मंत्रालय ने आज विश्वविद्यालयों और संस्थानों को  परीक्षा आयोजित करने की इजाजत दी है. गृह मंत्रालय के मुताबिक, फाइनल ईयर की परीक्षाएं अनिवार्य होंगी और यूजीसी की गाइडलाइंस के अनुसार इन्हें आयोजित किया जाएगा. परीक्षा के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसीजर (SOP) का भी पालन करना अनिवार्य होगा. बयान में कहा गया है, ‘‘परीक्षाओं के संबंध में यूजीसी और विश्वविद्यालयों के अकादमिक कैलेंडर के दिशा-निर्देशानुसार और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मंजूर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) ...

IIT Madras launches online BSc programme: Key things to know.

              BY DIVAKAR KUMAR PANDAY. Indian Institute of Technology (IIT), Madras has launched an online Bachelors of Science (BSc) programme in Programming and Data Science that has the flexibility to be a degree course as well as a diploma course. Here, there are three levels in the online degree programme and to get a BSc Degree in Programming and Data Science from IIT Madras, a learner has to successfully complete all three levels. The full fees for the course (Degree) would be Rs 2.42 lakh. If a student chosen to go for a diploma, the fee would be Rs 1.1 lakh. At the degree level, there will be 11 courses with 12 weeks of coursework for each of them. The completion time could be between three to six years depending on the pace and performance of the candidate. There is also the flexibility to exit at any level. Depending on the courses completed, the learner can receive Foundational Certificate from Centre for Conti...

IT सेक्टर में जॉब पाना चाहते हैं तो घर बैठे ही फ्री में सीखें 'कोडिंग की भाषा'

                     BY  DIVAKAR KUMAR PANDAY     आज के दौर में प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी रखने वाले कैंडिडेट्स को जॉब मिलने में बहुत परेशानी नहीं होती है. अगर आप भी भविष्य में आईटी या फिर वेब डेवलपमेंट से जुड़े क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो फिर पहले से ही कोडिंग की जानकारी से काफी मदद मिल सकती है. वैसे कोडिंग की बेसिक्स को सीखने के लिए किसी इंस्टीट्यूट्स को ज्वाइन करने की जरूरत नहीं है. कुछ एप्लिकेशंस हैं, जहां से आप घर बैठे फ्री में भी कोडिंग सीख सकते हैं. मिमो (Mimo) अगर कोडिंग के बारे में आप बिल्कुल भी नहीं जानते हैं लेकिन इसे सीखना चाहते हैं, तो फिर इस एप्लिकेशन को ट्राई कर सकते हैं. कंपनी का दावा है कि अगर दिन में केवल पांच मिनट ही इस ऐप पर समय देते हैं तो जावा स्क्रिप्ट, एचटीएमएल, सीएसएस, पायथन, एसक्यूएल जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की बेसिक्स को सीख सकते हैं. साथ ही रियल कोड राइटिंग के जरिए वेबसाइट भी तैयार करना जान सकते हैं. यहां पर इंटरैक्टिव और फन तरीके से कोडिंग सीखा जा सकता...

एक आदिवासी महिला ने किया अपने सपनों को साकार, बनी देश की पहली IAS अधिकारी

                BY   DIVAKAR KUMAR PANDAY     एक आदिवासी महिला ने किया अपने सपनों को साकार, बनी देश की पहली IAS अधिकारी हमारे भीतर एक ऐसी शक्ति छुपी है जो हमें हमारी मंज़िल तक पहुंचती है और उस शक्ति को हम जूनून, दृढ़ निश्चय, आत्मबल आदि विभिन्न नामों से जानते है। यही वो शक्ति है जिसके बल पर समाज का हर व्यक्ति, चाहे वो किसी भी तबके का हो, किसी भी जाति या समूह का हो, अपने किसी भी सपने को साकार कर सकता है। केरल के वायनाड जिले के एक छोटे से गाँव की श्रीधन्या सुरेश ऐसे ही जूनून की मिसाल हैं जिन्होंने पिछड़ी जाति की एक बेहद ग़रीब परिवार में पलते बढ़ते जीवन की उन बुलंदियों को छू लिया है जिसका लोग स्वप्न भी नहीं देख पाते। वे देश की पहली ऐसी आदिवासी जनजाति महिला हैं जिन्होंने साल 2019 में सिविल सर्विसेज की परीक्षा उत्तीर्ण कर IAS अधिकारी बनीं है। श्रीधन्या केरल राज्य की कुरीचिया जनजाति समूह की हैं। अपने परिवार की ग़रीबी का चित्रण करती हुयी वे बताती हैं की उनके घर की छत हर बरसात में टपकती थी और कई बार तो बाढ़ में इनकी किता...