BY MY COLLEGE NOTIFIER.
साइबर कैफ़े में अभ्यास कर बने विश्व के सबसे छोटे CEO
अगर किसी व्यक्ति में एक ज्वलंत इच्छा और दृढ विश्वास हो तो उसके लिए दुनियाँ का कोई भी काम मुश्किल नहीं होता । इसकी सबसे बड़ी मिसाल है बंगलुरु, कर्णाटक के सुहास गोपीनाथ की जो की आज विश्व के सबसे छोटे CEO के रूप में विख्यात हैं। सुहास गोपीनाथ बिल गेट्स को ही अपना प्रेरणा स्त्रोत मानते हैं।बचपन से ही इन्हें कंप्यूटर के प्रति गहरी रूचि थी। जिस उम्र में बच्चे खेलकूद में अपना जीवन बिता देते हैं, सुहास गोपीनाथ अपनी एक कंपनी खड़ी करने में सफल हो गए। घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण सुहास गोपीनाथ ने साइबर कैफ़े में ही अपनी इस रूचि को आगे बढ़ाया। लेकिन रोज़ साइबर कैफ़े के खर्च का वहन करना भी इनके लिए कठिन था। इसलिए सुहास गोपीनाथ ने साइबर कैफ़े के मालिक के साथ समझौता किया की वे लंच टाइम में कस्टमर्स का ध्यान रखेंगे और बदले में ये कंप्यूटर का प्रयोग करेंगे।
ये समझौता उनके लिए एक वरदान साबित हुआ। इन्होंने कुछ ही दिनों में वेब डिजाइनिंग में महारत हासिल कर ली और देखते ही देखते वे एक रजिस्टर्ड फ्रीलान्स वेब डिज़ाइनर भी बन गए और http://CoolHindustaan.Com/ के नाम से अपनी वेबसाइट भी बना ली। इनके काम को देखकर एक अमेरिकी कंपनी ने इन्हें अपने साथ जोड़ना चाहा लेकिन इन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। जल्द ही वो समय भी आया जब 9 वीं कक्षा तक पहुँचते-पहुँचते इन्होने Global Inc. नामक अपनी कंपनी बना ही ली जिसे इन्होंने अमेरिका में ही रजिस्टर कराया क्योंकि उन दिनों भारत में इतनी छोटी उम्र में ऐसा करना संभव नहीं था।
इसी दौरान अपनी कंपनी को चलाते हुए ही इन्होंने अपनी इंजीनियरिंग भी पूरी कर ली। इसके बाद इन्होंने विदेशों में भी अपनी जड़ें मज़बूत कर ली। और अंततः भारत में भी अपनी कंपनी को रजिस्टर कराया। बड़ी दिलचस्प बात तो ये है की जिस साइबर कैफ़े में इन्होने कंप्यूटर की दुनीयाँ को समझना शुरू किया था, उसी के पास ही इन्होंने अपनी कंपनी का ऑफिस भी खोला। आज सुहास गोपीनाथ की इस सफलता के पीछे उनकी सकारात्मक सोच और अथक प्रयास का ही हाथ है।
सुहास गोपीनाथ की उपलब्धियों से प्रभावित होकर अलीबाबा जैसी विख्यात कंपनी ने भी इन्हें अपने एक स्टार्टअप के लिए अपना साझेदार बनाया है। साथ ही सं. 2005 में विश्व बैंक ने इन्हें अपना बोर्ड मेंबर भी बनाया था। सन 2007 में इन्हें European Parliament for International Association for Human Values ने Young Achiever Award से सम्मानित किया। सुहास गोपीनाथ World Economic Forum के सबसे युवा सदस्य हैं जिन्हें 2008-09 में Young Global Leader के अवार्ड से सम्मानित किया था। साथ ही इन्हें विश्व बैंक के ICT (Information and Communication Technology) के Leadership Roundtable foster के तहत अफ्रीका के छात्रों को सम्बोधित करने के लिए नवंबर, 2016 में आमंत्रित किया गया था।
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