16 वर्ष में पास की एम्स परीक्षा, 22 की उम्र में IAS और फिर नौकरी छोड़ बच्चों को फ्री कोचिंग देने लगे
BY MY COLLEGE NOTIFIER
साल 2016 में जून के महीने का एक दिन था जब हर अखबार ने बड़ी बड़ी हेडलाइन के साथ छापा था कि देश के सबसे युवा आईएएस अफसर में गिने जाने वाले रोमन सैनी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वजह थी आईएएस परीक्षा की तैयारी कर रहे उन युवाओं को फ्री में कोचिंग देना जो पैसों की कमी से यहां तक नहीं पहुंच पाते। जिस रुतबे वाली नौकरी पाने को देश का हर युवा तरसता है, उन्होंने ये नौकरी फ्री कोचिंग स्टार्ट अप शुरू करने के लिये छोड़ दी।
ये पहली बार था जब किसी युवा आइएएस अफसर ने इस तरह के किसी कारण से इस्तीफा दिया था। जिस कोचिंग संस्था में काम करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ी उसका नाम है अनएकेडमी जो आज नंबर वन डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म है। वे इसके फाउंडर में से एक हैं। रोमन सैनी ने अपनी पढ़ाई करते हुए शिक्षा में बढ़ते पूंजीवाद और बाजारवाद के प्रभाव को महसूस किया था। शिक्षा सभी तक पहुंचे इसके लिए उन्होंने अपने इस फैसले को एक छोटा सा प्रयास बताया। रोमन सैनी ने 22 साल की उम्र में बिना किसी कोचिंग के पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल की थी।
वो देश के सबसे युवा आइएएस अफसरों की सूचि में शामिल हो गए थे। आइए जानते हैं आज के हमारे हीरो के बारे में जो आज सभी यूपीएससी एसपिरेंट्स के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। रोमन सैनी राजस्थान के कोटपुतली के रहने वाले हैं। वो पढ़ने में शुरू से ही काफी ज्यादा होशियार रहे। उनके टेलेंट का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि जिस एम्स की प्रवेश परीक्षा को लोग 25 से 30 की उम्र में पास कर पाते हैं उन्होंने इसे 16 साल की उम्र में ही पास कर लिया था। राजस्थान में ही उनकी पढ़ाई लिखाई हुई।
वो एक अच्छे पढ़े लिखे परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता इंजीनियर और मां हाउस वाइफ हैं। घर में शुरू से ही पढ़ाई लिखाई का माहौल था जिसका लाभ रौमन को मिला। फिर भी वो अपने पूरे परिवार में पहले ऐसे सदस्य हैं जो आइएएस बने। उन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई बेहद कम उम्र में पूरी कर 16 साल की उम्र में AIIMS प्रवेश परीक्षा पास की। 18 साल के होते होते रोमन ने एक प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल में अपना रिसर्च पेपर भी प्रकाशित कराया। यही नहीं, MBBS पूरा करने के बाद, उन्होंने मनोचिकित्सा में NDDTC में एक जूनियर रेजिडेंट के रूप में काम किया और उन्हें डॉ. की उपाधि प्राप्त हुई।
रोमन जब अपनी मेडिकल ट्रेनिंग पर थे तो वो कई सरकारी मेडिकल कैंप में गए जहां उन्होंने गरीबी और आभाव की जिंदगी को करीब से देखा था। वो गरीबी के पीछे अशिक्षा को सबसे बड़ा कारण मानते थे। लोगों की जिंदगी में सुधार लाने के लिए रोमन ने सिविल सर्विसिस का रुख किया। उन्होंने अपनी मेडिकल ट्रेनिंग के साथ-साथ ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी। 2013 में रोमन परीक्षा में बैठे और पहले ही प्रयास में उन्होंने परीक्षा को देश भर में 18वीं रेंक के साथ पास कर लिया। उनकी ट्रेनिंग के बाद पोस्टिंग मध्यप्रदेश में हुई लेकिन 2 साल बाद ही उनका मन बदल गया।
उन्होंने अचानक अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और अनएकेडमी नाम से अपने दोस्त के यूट्यूब चैनल को जॉइन किया। इस चैनल को जॉइन करते ही काफी लोग इससे जुड़े। रोमन अब यहां फ्री में आईएएस कोचिंग देने लगे। उनकी एक-एक वीडियो पर लाखों लाइक मिले। आज उन्हीं की मेहनत है कि अनएकेडमी सबसे बड़े डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म के रूप में उभरा है।
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