BY MY COLLEGE NOTIFIER
ऐसे न जाने कितने रिश्ते हैं, जो सिर्फ इसलिए टूट गए क्योंकि कपल लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप संभाल नहीं सके और कम्यूनिकेशन गैप उनके रिश्ते को खोखला करता चला गया। लेकिन अगर प्यार और विश्वास सच्चा हो, तो ये चीजें भी रिश्ते को कमजोर नहीं कर पाती हैं और इसका उदाहरण सुंदर पिचाई की लव स्टोरी है।
सुंदर पिचाई ऐसा नाम है, जिसके बारे में कौन नहीं जानता होगा? गूगल जैसी कंपनी के सीईओ के पद को इस शख्स ने जितनी मेहनत से पाया, उतना ही सैक्रफाइस उनकी पत्नी अजंलि पिचाई ने भी किया है। एक शख्स जिसके पास पहले फोन पर बात करने तक के पैसे नहीं थे, उसके साथ हर मुश्किल में साथ देना और सफलता की वजह बन जाना, ये दिखाता है कि ऐसी लव स्टोरीज सिर्फ फिल्मों में ही नहीं होतीं।
साधारण परिवार से आते हैं सुंदर
सुंदर पिचाई एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उनका बचपन ऐसी जगह पर गुजरा, जहां उनके पास न तो टीवी था और ना ही उनके पैरंट्स कार अफोर्ड कर सकते थे। यही वजह है कि आज भी सुंदर के लिए एक-एक चीज वैल्यू रखती है और वह सबका महत्व समझते हैं। उनकी यही खासियत अंजलि को भी पसंद आई थी। पिचाई की सादगी और डाउन टू अर्थ नेचर दोनों को करीब लाने में सहायक बना।
सुंदर पिचाई एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उनका बचपन ऐसी जगह पर गुजरा, जहां उनके पास न तो टीवी था और ना ही उनके पैरंट्स कार अफोर्ड कर सकते थे। यही वजह है कि आज भी सुंदर के लिए एक-एक चीज वैल्यू रखती है और वह सबका महत्व समझते हैं। उनकी यही खासियत अंजलि को भी पसंद आई थी। पिचाई की सादगी और डाउन टू अर्थ नेचर दोनों को करीब लाने में सहायक बना।
कॉलेज में हुई मुलाकात
अंजलि और सुंदर की मुलाकात IIT खड़गपुर में हुई थी। दोनों सेम बैच के स्टूडेंट्स थे। पहले दोनों में अच्छी दोस्ती हुई और फिर दोनों रिलेशनशिप में आए। डिग्री के आखिरी साल में पिचाई ने अंजलि को शादी के लिए प्रपोज किया, जिसका जवाब 'हां' में मिला। अंजलि जानती थीं कि सुंदर संपन्न परिवार से नहीं हैं, लेकिन उनके लिए प्यार और अच्छा साथी ज्यादा अहमियत रखता था।
अंजलि और सुंदर की मुलाकात IIT खड़गपुर में हुई थी। दोनों सेम बैच के स्टूडेंट्स थे। पहले दोनों में अच्छी दोस्ती हुई और फिर दोनों रिलेशनशिप में आए। डिग्री के आखिरी साल में पिचाई ने अंजलि को शादी के लिए प्रपोज किया, जिसका जवाब 'हां' में मिला। अंजलि जानती थीं कि सुंदर संपन्न परिवार से नहीं हैं, लेकिन उनके लिए प्यार और अच्छा साथी ज्यादा अहमियत रखता था।
6 महीने तक नहीं हुई बात
आईआईटी से पास आउट होने के बाद सुंदर मास्टर्स डिग्री करने के लिए यूएस चले गए। चूंकि वह आर्थिक रूप से मजबूत नहीं थे, इसलिए उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अंजलि को कॉल कर सकें। इस कारण उन दोनों के बीच 6 महीने तक बात नहीं हो पाती थी। लेकिन इस चीज ने उनके रिश्ते को कमजोर नहीं बल्कि और मजबूत बनाया। दोनों के बीच का विश्वास और प्यार कम नहीं हो सका। कुछ समय में अंजलि भी सुंदर के पास यूएस पहुंच गईं।
आईआईटी से पास आउट होने के बाद सुंदर मास्टर्स डिग्री करने के लिए यूएस चले गए। चूंकि वह आर्थिक रूप से मजबूत नहीं थे, इसलिए उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अंजलि को कॉल कर सकें। इस कारण उन दोनों के बीच 6 महीने तक बात नहीं हो पाती थी। लेकिन इस चीज ने उनके रिश्ते को कमजोर नहीं बल्कि और मजबूत बनाया। दोनों के बीच का विश्वास और प्यार कम नहीं हो सका। कुछ समय में अंजलि भी सुंदर के पास यूएस पहुंच गईं।
परिवार की परमिशन से शादी
मास्टर्स के बाद सुंदर की एक कंपनी में नौकरी लगी, जहां उन्हें ठीक-ठाक सैलरी मिलने लगी। इसके बाद उन्हें लगा कि अब वह शादी कर सकते हैं। उन्होंने इसके लिए सबसे पहले अंजलि के माता-पिता से परमिशन ली और फिर दोनों परिवार व दोस्तों की मौजूदगी में शादी के बंधन में बंध गए।
मास्टर्स के बाद सुंदर की एक कंपनी में नौकरी लगी, जहां उन्हें ठीक-ठाक सैलरी मिलने लगी। इसके बाद उन्हें लगा कि अब वह शादी कर सकते हैं। उन्होंने इसके लिए सबसे पहले अंजलि के माता-पिता से परमिशन ली और फिर दोनों परिवार व दोस्तों की मौजूदगी में शादी के बंधन में बंध गए।
अंजलि ने कहा था 'मत छोड़ो गूगल'
सुंदर पिचाई अपनी मेहनत के दम पर एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। उनके टैलंट को देख ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों ने उन्हें बड़े ऑफर दिए, लेकिन अंजलि ने सुंदर को गूगल में ही रहने का सुझाव दिया। आज सुंदर पिचाई जो हैं, इस बारे में शायद हमें आगे कहने की जरूरत नहीं है।
सुंदर पिचाई अपनी मेहनत के दम पर एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। उनके टैलंट को देख ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों ने उन्हें बड़े ऑफर दिए, लेकिन अंजलि ने सुंदर को गूगल में ही रहने का सुझाव दिया। आज सुंदर पिचाई जो हैं, इस बारे में शायद हमें आगे कहने की जरूरत नहीं है।
प्यार अगर सच्चा हो, तो दूरी या मुश्किलें भी उसके आड़े नहीं आती हैं। विश्वास की डोर से बंधा रिश्ता इतना मजबूत होता है कि यह कभी भी डिग नहीं पाता और दुनिया को सुंदर-अंजलि जैसी खूबसूरत लव स्टोरी देखने को मिलती है।
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