BY MY COLLEGE NOTIFIER
बुढ़ापा एक ऐसी उम्र होती है जहां पर लोग अपने पोती पोतियों के साथ खेलना और तीर्थ यात्रा जैसी ख़्वाहिशे रखते हैं। क्योंकि समाज की धारणा यही है की बुढ़ापे को राम नाम के साथ बिता देना चाहिए। लेकिन जब दिल में कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो आप किसी भी उम्र में कोई भी काम आसानी से कर सकते है। बस जरुरी है तो आपके अंदर से निकलने वाली उस आवाज़ की जो सिर्फ यही कहे “ कि हां मैं यह कर सकता/सकती हूं ”
ऐसी ही एक आवाज़ सुनी है चंडीगढ़ की रहने वाली हरभजन कौर ने जिनकी उम्र 94 साल है। आपको जानकर यह हैरानी होगी कि वह इस उम्र में एक एंटरप्रेन्योर बनी है। क्योंकि उनकी अपनी चाहत थी कि वह जिंदगी में कभी अपने द्वारा किये गये काम से कुछ पैसे कमाएं। इसलिए आज वह बेसन की बर्फी और कई तरह के अचार बनाकर अपना बिज़नेस कर रही है।
ऐसे शुरु हुआ सफर
एक बार बातों ही बातों में हरभज़न कौर से उनकी बेटी रवीना सूरी ने यह पूछ लिया कि आपको आज भी किस काम का अफसोस होता है कि जो आप जिंदगी में करना चाहती थी लेकिन किसी कारण वश नहीं कर पाई। उन्होंने जवाब दिया कि उन्होंने कभी खुद के किये गये काम से पैसा नहीं कमाया, जबकि वह ऐसा कोई काम करना चाहती थी। अपनी मां कि ख़्वाहिश को रवीना ने हकीक़त में बदलने का फैसला किया और उन्हें अपना कोई व्यवसाय शुरु करने के लिए प्रेरित किया।
मिठाई का बिज़नेस किया शुरु
रवीना का कहना था कि उनकी मां अपने जीवन में एक बहुत अच्छी कुक रही है। भारत में हर मां अपनी कुक की प्रतिभा को घर तक ही सीमित रख पाती है। हालांकि इसके पीछे कुछ सामाजिक कारण भी है। इसलिए उन्होंने मिठाई बनाकर बेचने का फैसला किया। बिज़नेस शुरु होने के बाद हरभजन कौर की पहली कमाई 2000 रूपये थी जिन्हें पाकर वह बहुत खुश हुई।
महज 4 साल में बदल बन गया ब्रांड
बिज़नेस शुरु होने के 4 साल बाद देखते ही देखते बेसन की बर्फी एक प्रकार का ब्रांड बन गया। आज यह ब्रांड *हरभजन* के नाम से ही चल रहा है जिसकी टेग लाइन है *बचपन याद आ जाएगी ,ये बड़ी हस्तियां जता चुकी है बर्फी खाने की ख़्वाहिश-आज हरभज़न कौर की बेसन की बर्फी इतनी मशहूर हो चुकी है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर से लेकर आनंद महिंद्रा जैसी हस्तियां भी इनके द्वारा बनाई गयी बर्फी खाने की ख़्वाहिश जताई है।
हरभजन कौर द्वारा शुरु की गयी यह छोटी सी कोशिश हमें यही ज्ञान देती है कि उम्र कभी भी सपनों के आड़े नहीं आती, बस जरूरी है तो सिर्फ आपके दृढ़ संकल्प की। अगर आपने कुछ भी करने का ठान लिया तो सारी कायनात आपको उसे पाने में मदद करने लगती है
Comments
Post a Comment